“National Education Policy in India” | नवीन शिक्षा नीति पीडीऍफ़ | New Education Policy Downoad Pdf In Hindi | नेशनल एजुकेशन पालिसी नवीन एजुकेशन पॉलिसी क्या है एवं नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022 फायदा, खूबियाँ, कार्यान्वित प्रोसेस व मकसद क्या है और NEP PDF डाउनलोड करिए
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी
भारत की एजुकेशन पालिसी के अंतर्गत शिक्षा से जुड़ी नित्यो को बनाया जाता है,इसके तहत विद्यालय और कालेज के लिए एजुकेशन पॉलिसी को प्रस्तुत किया जाता है। गवर्नमेंट के माध्यम से वर्ष 2020 में ISRO के मुख्य डॉक्टर कस्तूरीरंगन जी की सदारत में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को आरंभ कर दिया गया। गवर्नमेंट के माध्यम से इस नवीन पद्धति की सहायता से एजुकेशन पालिसी में अनेक तरह के परिवर्तन कर दिए गए है, यदि आप सभी इस योजना से सूचना हासिल करना है,तो इस आर्टिकल को आखिर तक अवश्य पढ़े। आज हम आपको NEP से संबंधित सूचना देंगे जैसे- New Education Policy in India क्या है, इसका मकसद, फायदा और खूबियाँ इत्यादि। आप समस्त से विनती है कृपया हमारे इस आर्टिकल को आखिर तक अवश्य पढ़े।
National Education Policy Yojana 2022
भारत भर में एजुकेशन पॉलिसी को National Education Policy Yojana के माध्यम से बनाया जाता है, भारत देश गवर्नमेंट के माध्यम से नेशनल एजुकेशन पॉलिसी साल 2020 में आरंभ कर दी गई थी। इस एजुकेशन पालिसी के अंतर्गत एजुकेशन पॉलिसी में अनेक तरह के परिवर्तन किए है,इसके अंतर्गत भारत को विश्वीय ज्ञान ब्रह्मशक्ति बनाना है। एजुकेशन पॉलिसी के परिवर्तन के साथ-साथ रिसोर्स मैनेजमेंट मंत्रालय के नाम को भी परिवर्तन कर दिया गया जिसको उसके पश्चात शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाता है। आने वाले साल 2030 तक भारत भर के Pre-school से Secondary school की शिक्षा में 100% GER सार्वभौमीकरण कर दिया जायेगा (Medical and law studies not included) शिक्षा की पहली नीति में 10+2 पैटर्न का पालन कर दिया जाता था परन्तु उसके पश्चात नई नीति के अभिकलन से 5+3+3+4 का पैटर्न से काम कर दिया जायेगा।
National Education Policy के एक लाइव डैशबोर्ड आरंभ कर दिया जायेगा
June 2021 से नेशनल पालिसी के उत्तीर्ण काम को मानिटर करने के लिए एक लाइव डैशबोर्ड को आरंभ कर दिया जायेगा। इस डैशबोर्ड की सहायता से पालिसी के काम की निगरानी कर दी जाएगी । इस योजना की सहायता से भारत भर के विद्यालय एवं कालेज लेवल की नीतिगत के परिवर्तन को आरंभ करने के लिए जोर देंगे। 181 काम ऐसे है जो शिक्षा मंत्रालय के माध्यम से पहचान कर दी गई है। इन काम को इस योजना द्वारा पूर्ण कर दिया जायेगा। इन कार्यो में Undergraduate and Postgraduate में विषय विकल्प, रीजनल लैंग्वेज बेस्ड एजुकेशन, यूनिवर्सिटी डिग्री में प्रवेश और निकासी की सहूलियत, क्रेडिट बैंक सिस्टम इत्यादि सम्मिलित है।
New Education Policy in India के तहत आने वाली चुनौतियों की पड़ताल करने के लिए टास्क फॅर्स का निर्माण कर दिया जायेगा। जो कर्नाटका, यूपी, महाराष्ट्र और गोवा गवर्नमेंट के माध्यम से निर्माण कर दिया जाएगा । इसके साथ ही डैशबोर्ड द्वारा प्रतिमाह और तिमाही निगरानी भी कर दी जाएगी ।
New Education Policy in India
आर्टिकल की केटेगरी | National Education Policy Yojana 2022 |
किसके माध्यम से आरंभ कर दी गई | भारत देश गवर्नमेंट |
लाभार्थी | भारत देश के लोग |
मकसद | इस पॉलिसी का प्रमुख मकसद शिक्षा का सार्वभौमीकरण करना है और भारत देश को विश्वीय ज्ञान ब्रह्मशक्ति बनाना है। |
साल | 2022 |
स्कीम मुहैया है या फिर नहीं | मुहैया |
अधिकारिक वेबपेज़ | www.education.gov.in |
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी कार्यान्वयन और समीक्षा समिति
New Education Policy in India के तहत मंत्रालय के माध्यम से एक कार्यान्वयन और समीक्षा समिति का निर्माण कर दिया गया है। इस योजना को उच्च शिक्षा विभाग अधिकारी के माध्यम से शुरु कर दिया गया है। समिति के माध्यम से इस योजना का सफलतापूर्वक कार्यवन्त कर दिया जाएगा। इसी के साथ-साथ क्रेडिट बैंक पद्धति और I.I.T को बहू विषक प्रतिष्ठान में रूपांतरित करने के लिए एक एवं टास्क फोर्स का निर्माण कर दिया जाएगा।
राष्ट्रीय एजुकेशन पॉलिसी विवेचन
- नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को 1986 में बना दिया था और 1992 में परिशोधित कर दिया गया था।
- इस एजुकेशन पॉलिसी को बने हुए 30 साल से भी अधिक समय बिट गया है
- इतने वक्त में भारत की इकॉनमी और दुनिया भर में अनेक परिवर्तन हुए है
- आज के वक्त की आवश्यकता को नज़र में रखते हुए विद्यार्थियों को प्रस्तुत करने के लिए New Education Policy in India 2020 को शुरू कर दिया गया है।
- इस योजना को एक समावेशी, भागीदारी एवं समग्र दृष्टिकोण को स्वीकारते हुए विवेचन प्रोसेस द्वारा प्रस्तुत कर दिया गया है।
- इस नवीन पद्धति को प्रस्तुत करने में विशेषज्ञों की सलाह, एरिया के तजुरबा, अनुभवजन्य अनुसंधान, हितधारक प्रतिक्रिया इत्यादि को ध्यान रखा गया है।
- National Education Policy Yojana को पूर्ण प्रस्तुत करके पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया था
- इस नीति को पोर्टल पे 22 वाणी में अपलोड कर दिया गया था।
- इसमें जनता सहित हितधारकों के विचार, सुझाव, टिप्पणियां हासिल कर दी गई।
- पोर्टल पर अपलोड किए जाने के पश्चात प्रदेश, संघ प्रदेश एरिया की सरकारों और भारत देश गवर्नमेंट के मंत्रालय के माध्यम से अपने सुजाओ विचार एवं टिप्पणी देने के लिए आह्वान कर दिया गया।
- इस नवीन एजुकेशन पॉलिसी के ताल्लुक में शिक्षा सचिवों के साथ-साथ सभा भी कर दी गई और अनेक प्रदेशों में शिक्षा संभाषण भी किए गए।
- राष्ट्रीय एजुकेशन पॉलिसी पर CABE की एक खास सभा भी आयोजित कर दी गई।
- सभा में अनेक प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों के 26 शिक्षा मंत्री, प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों के प्रवक्ता CABE के सदस्य, संगठनों के मुख्य, विश्वविद्यालय के कुलपति ने भाग लिया।
- इन समस्त हितधारकों के सुझाव को ध्यान में रखते हुए गवर्नमेंट के माध्यम से New Education Policy in India आरंभ की गई
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी Chronology
उपकरण | तारीख |
विवेचन प्रोसेस आरंभ होने की तारीख | January 2015 से October 2015 |
सुझाव हेतु मानव रिसोर्स विकास मंत्री की मंत्रालय के साथ उच्च स्तरीय मुलाकात | 14 February 2015 |
प्रदेश शिक्षा मंत्रालय एवं सचिवों के साथ-साथ विवेचन मुलाकात | 21 March 2015 |
नवीन एजुकेशन पॉलिसी के कार्यान्वित के लिए श्री सुभ्रमण्यम की सदारत में कमेटी का निर्माण | 31 October 2015 |
स्वर्गीय श्री सुब्रमण्यम की सदारत में कमेटी ने अपनी प्रतिवेदन मंत्रालय को सौंप दी | 27 May 2016 |
श्री टीएसआर सुब्रमण्यम की सदारत में एजुकेशन पॉलिसी के विकास के लिए कमेटी की महत्त्वपूर्ण पैरवियाँ | – |
मंत्रालय के माध्यम से राष्ट्रीय एजुकेशन पॉलिसी 2016 के प्रालेख के लिए कुछ इनपुट प्रस्तुत किए गए | June 2016 |
पॉलिसी के विकास के लिए कमेटी की प्रतिवेदन एवं राष्ट्रीय एजुकेशन पॉलिसी 2016 के प्रालेख के कुछ इनपुट संसद के दोनों सदनों में रखे गए | 8 August 2016 एवं 4 August 2016 |
राष्ट्रीय एजुकेशन पॉलिसी पर प्रदेशसभा के उसूल 176 के अंतर्गत एक छोटी समय की बातचीत हुई | 10 August 2016 |
संसद सभासद के साथ-साथ शिक्षा संभाषण | 10 नवम्बर 2016 |
डॉक्टर के कस्तूरीरंगन की सदारत में प्रालेख एजुकेशन पॉलिसी के लिए कमेटी का निर्माण एवं प्रसार के निर्देश | 24 June 2017 |
डॉक्टर के कस्तूरीरंगन की सदारत में कमेटी ने अपनी प्रतिवेदन मंत्रालय को सौंपी | 31 May 2019 |
उपकरण |
तारीख |
ड्राफ्ट 2019 की एमएचआरडी की वेबपेज़ पर हितधारकों से सुझाव हासिल करने के लिए अपलोड कर दिया गया | – |
प्रालेख राष्ट्रीय एजुकेशन पॉलिसी 2019 पर सुझाव आह्वान किए गए | 15 August 2019 |
विद्यालय महकमा के प्रदेश शिक्षा सचिवों के साथ सभा आयोजित | 9 July 2019 |
आदरणीय सांसदों के साथ-साथ शिक्षा संभाषण | 31 July 2019 1 August 2019 2 August 2019 |
उच्चतर एवं तकनीकी महकमा के प्रदेश शिक्षा सचिवों के साथ-साथ सभा | 8 August 2019 |
राष्ट्रीय एजुकेशन पॉलिसी पर सीएबीई की खास सभा | 21 September 2019 |
आदरणीय रिसोर्स विकास संबंधित संसदीय नियमित कमेटी सभा | 7 नवम्बर 2019 |
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी कार्यान्वित प्रक्रिया तुरंत आरंभ कर दिया जायेगा
भारत देश गवर्नमेंट के माध्यम से नेशनल एजुकेशन पालिसी साल 2020 में आरंभ कर दी गई है, गवर्नमेंट के माध्यम से इस नवीन पद्धति के काम को तुरंत आरंभ कर दिया जायेगा। भारत में प्रथम 1968 में New Education Policy in India तैयार की गई थी तत्पश्चात उसके पश्चात 1986 में तैयार की गई तत्पश्चात नवीन एजुकेशन पॉलिसी को 1992 में परिशोधित कर दिया गया। एवं उसके पश्चात 2020 में तीसरी एजुकेशन पॉलिसी तैयार की गई। इस नेशनल एजुकेशन पालिसी अंतर्गत अनेक तरह के परिवर्तन कए गए शिक्षा की अनेक धाराओं के बीच पौराणिक पंक्तियों को ख़त्म कर दिया जायेगा। नेशनल एजुकेशन पालिसी के अंतर्गत विद्यार्थियों को शिक्षा से जुड़ी सामग्र प्रदान कर दिया जायेगा।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022 का मकसद
भारत देश गवर्नमेंट के माध्यम से नेशनल एजुकेशन पालिसी को आरंभ करने का प्रमुख मकसद शिक्षा को विश्वीय लेवल पर लाना है। जिसमें के भारत एक विश्वीय ज्ञान ब्रह्मशक्ति बन पाए। आने वाले साल 2030 तक भारत भर के Pre-school से Secondary school की शिक्षा का सार्वभौमीकरण कर दिया जायेगा। पहले शिक्षा पालिसी की तुलना में अनेक तरह के परिवर्तन कर दिए गए है जिसमें के शिक्षा लेवल शक्तिशाली बन पाए इसके साथ ही विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा की मिल पाए।
PM’s address to the nation on नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022
- भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के माध्यम से 7 August 2020 को नेशनल एजुकेशन पालिसी पर पूर्ण भारत को सम्बोधित किया।
- प्रधानमंत्री जी ने सम्बोधन के समय नेशनल एजुकेशन पालिसी 2022 के प्रमुख वास्तविकता की बातचीत की।
- प्रधानमंत्री जी ने बोला कि नवीन एजुकेशन पॉलिसी नए भारत देश का बेस बनेगा।
- इस नवीन पद्धति की सहायता से विद्यार्थियों को ग्लोबल सिटीजन बनेगे इसके साथ ही अपनी सभ्यता से जोड़ेगी
- इस नवीन एजुकेशन पालिसी की सहायता से विद्यार्थी अपने पैशन को पालन करने का अक्सर हासिल कर पाएंगे।
- इस सम्बोधन में प्रधानमंत्री जी ने होर्डे मेंटालिटी का भी उल्लेख किया।
- प्रधानमंत्री जी के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए यह भी बोला गया के अपनी रूचि, काबिलियत एवं डिमांड की मैपिंग करनी चाहिए।
- विद्यार्थी को अपनी critical thinking को develop करने की आवश्यकता है।
- प्रधानमंत्री जी ने यह भी बोला कि उसके पश्चात हम ऐसे काल में प्रवेश कर रहे है एक मानुष कोई एक प्रोफेशन अपनी पूर्ण जिंदगी पालन नहीं करेगा तो यह नवीन एजुकेशन पॉलिसी इस बात को ध्यान में रखते हुए भी शुरू कर दी गई है।
- प्रधानमंत्री जी ने बोला कि उसके पश्चात तक शिक्षा नीति What How Think पर केन्द्रित करती थी लेकिन नवीन पद्धति how to think पर फोकस करेगी
- प्रधानमंत्री जी ने अपने सम्बोधन Multiple entry and exit के बारे में भी प्रसार पूर्वक बताया है।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022 के खूबियाँ
- एजुकेशन पॉलिसी के परिवर्तन के साथ-साथ रिसोर्स मैनेजमेंट मंत्रालय के नाम को भी परिवर्तन कर दिया गया जिसको उसके पश्चात शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाता है।
- आने वाले साल 2030 तक भारत भर के Pre-school से Secondary school की शिक्षा में सार्वभौमीकरण कर दिया जायेगा लेकिन Medical and law studies not included.
- शिक्षा की पहली नीति में 10+2 पैटर्न का पालन कर दिया जाता था परन्तु उसके पश्चात नई नीति के अभिकलन से 5+3+3+4 का पैटर्न से काम कर दिया जायेगा। जिससे 12 वर्ष की स्कूली शिक्षा होगी एवं 3 वर्ष की प्री स्कूली शिक्षा होगी।
- क्लास छठी से व्यवसायिक जाँच इंटर्नशिप आरंभ की गई।
- विद्यार्थियों को पांचवी क्लास तक शिक्षा मातृभाषा या फिर तत्पश्चात क्षेत्रीय वाणी में प्रदान कर दी जाएगी ।
- पहले एजुकेशन पॉलिसी में साइंस, कॉमर्स और अर्ट स्ट्रीम होती थी लेकिन उसके पश्चात विद्यार्थी अपनी इच्छा मुताबिक विषय का चुनाव कर सकते है फिजिक्स के साथ-साथ खाते या फिर तत्पश्चात आर्ट्स का कोई विषय भी पढ़ पाएंगे।
- विद्यार्थियों को छठी क्लास से कोडिंग सिखानी होगी।
- भारत के समस्त विद्यालय डिजिटल इक्विप्ड कर दिया जायेगा।
- सभ प्रकार के इकॉन्टेंट को क्षेत्रीय वाणी में ट्रांसलेट कर दिया जायेगा।
- इसके साथ ही वर्चुअल लैब को भी डिवेलप कर दिया जायेगा।
नवीन एजुकेशन पॉलिसी के फायदा
- गवर्नमेंट के माध्यम से GDP का 6% हिस्सा इस नेशनल एजुकेशन पालिसी को आरंभ करने के लिए व्यव कया जाएगा।
- विद्यार्थी के संस्कृत एवं भारत की अन्य वाणी पढ़ने के लिए ऑप्शन रखा जाएगा।
- बोर्ड इम्तिहान में भी परिवर्तन कर दिया जायेगा विद्यार्थियों के ऊपर से बोझ कम करने के लिए बोर्ड इम्तिहान वर्ष में दो बार की जाए।
- शिक्षा को सरल करने के लिए artificial intelligence software का इस्तेमाल भी कर दिया जायेगा।
- एमफिल की डिग्री को उच्च शिक्षा में से समाप्त करा जा रहा है।
- एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज को प्रमुख कोर्स में रखा जाएगा।
- प्रदेश के माध्यम से तीन ऐसी वाणी निश्चित कर दी जाएगी जो विद्यार्थी को सिखाई जाएँगी
- राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के माध्यम से स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय कोर्स रूपरेखा प्रस्तुत कर दी जाएगी ।
- नेशनल एजुकेशन पालिसी का सुचारू रूप से परिचालन करने लिए अनेक तरह के रिसोर्स प्रस्थापित किए जायेंगे।
- विद्यार्थियों के कौशल पर खास ध्यान देंगे।
- इस नवीन पद्धति के अंतर्गत यदि कोई विद्यार्थी कोई पाठ्यक्रम बीच में अपूर्ण छोड़कर अन्य पाठ्यक्रम में दाखिला हासिल करने के इच्छुक है विद्यार्थी को पहले पाठ्यक्रम से कुछ वक्त तक के लिए ब्रेक ले सकता है उसके पश्चात मनचाहा पाठ्यक्रम ज्वाइन कर सकता है।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2022 के चार चरण हैं
पहले एजुकेशन पॉलिसी को ख़त्म कर। नेशनल एजुकेशन पालिसी को चार चरणों में बाँट दिया गया है जो 5+3+3+4 पैटर्न है। इस नए पैटर्न में 12 वर्ष की स्कूली शिक्षा और 3 वर्ष की प्री स्कूली शिक्षा सम्मिलित है। इस नवीन पद्धति को गवर्नमेंट और निजी दोनों प्रतिष्ठानों को पालन करना होगा। नया National Education Policy 2021 के चार स्टेज कुछ इस तरह है।
नींव चरण– 3 से 8 वर्ष तक के बच्चे इस चरण के तहत सम्मिलित कर दिए जाएंगे। जिससे 3 वर्ष फ्री शिक्षा प्रदान कर दी जाएगी 2 वर्ष की स्कूली शिक्षा (क्लास 1 और 2) सम्मिलित है
प्रिप्रेटरी चरण- 8 वर्ष से लेकर 11 वर्ष तक बच्चे इस चरण के तहत सम्मिलित कर दिए जाएंगे जिससे क्लास 3 से 5 तक के बच्चे सम्मिलित है।
मिडिल चरण– क्लास 6 से 8 तक के बच्चे इस चरण के तहत सम्मिलित कर दिए जाएंगे। क्लास 6 से बच्चों को कोडिंग सिखानी होगी इसके साथ ही इंटर्नशिप भी प्रदान कर दी जाएगी ।
सेकेंडरी चरण-क्लास 9 से 12 तक के बच्चे इस चरण के तहत सम्मिलित कर दिए जाएंगे। पहले एजुकेशन पॉलिसी में साइंस, कॉमर्स और अर्ट स्ट्रीम होती थी लेकिन उसके पश्चात विद्यार्थी अपनी इच्छा मुताबिक विषय का चुनाव कर सकते है फिजिक्स के साथ-साथ खाते या फिर तत्पश्चात आर्ट्स का कोई विषय भी पढ़ पाएंगे।
My NEP 2020 Plateform पर रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया
- आप सभी को पहले आप सभी को MYNEP 2020 Plateform की आधिकारिक वेबपेज़ mynep.in पर जाना है।
- वेबपेज़ के होम पेज पर आप सभी को Registration के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- जिसके पश्चात आपके सामने न्यू पेज खुलेगा।
- इस पेज पर तुमसे मालूम कर दी गई सूचना को सबमिट करना है।
- सूचना सबमिट करने के पश्चात आप सभी को रजिस्टर के ऑप्शन पर दबाना होगा।
- इस प्रकार से आप MYNEP 2020 प्लेटफार्म पर सफलतापूर्वक रजिस्टर कर सकेंगे।
MYNEP 2020 प्लेटफॉर्म पर लॉगइन करने की प्रक्रिया
- आप सभी को पहले MYNEP2020 प्लेटफार्म की आधिकारिक वेबपेज़ पर जाना है।
- वेबपेज़ के होम पेज पर आप सभी को Login के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- जिसके पश्चात आपके सामने न्यू पेज खुलेगा।
- इस पेज में आप सभी को जरनेम, पासवर्ड और कैप्चा कोड सबमिट करना होगा।
- सबमिट करने के पश्चात आप सभी को लॉगिन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार से आप आराम से लॉगिन कर सकेंगे।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी syllabus 2022
- क्लास तीसरी से पांचवीं तक के विद्यार्थियों को हर दिन 2 घंटे का काम कर दिया जाएगा।
- इस योजना के तहत क्लास 6 से 8वीं क्लास के छात्रों को 1 घंटे का घर के लिए काम सम्मलित कर दिया जाएगा।
- National Education Policy के तहत प्रदेश के क्लास 9 से 12 वीं तक के विद्यार्थियों को 2 घंटे का घर के लिए काम दे दिया जायेगा।
- विद्यार्थियों का बैग उन सभी के वजन से सिर्फ 10% ज्यादा होना चाहिए।
- जो विद्यार्थी एलकेजी, यूकेजी में पढ़ते हैं उनको कोई घर के लिए काम नहीं देंगे।
- इसी के साथ-साथ प्रथम क्लास में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी गृह काम नहीं देंगे।
नवीन एजुकेशन पॉलिसी के स्ट्रीम्स 2020
नवीन एजुकेशन पॉलिसी के स्ट्रीम्स योजना के तहत विद्यार्थियों के कोर्स में जो-जो परिवर्तन किये गए जैसे- शारारिक शिक्षा व कोर्स को बढ़ावा दे दिया जायेगा इसी के अकेडमी स्ट्रीम एवं वोकेशनल को बांटा नहीं जायेगा। नई एजुकेशन पॉलिसी का मकसद विद्यार्थियों की की शिक्षा का लेवल को एवं विद्यार्थियों की शैक्षिक योग्यता को बढ़ाना होगा। जिसके बाद आप सभी को National Education Policy के तहत सम्मिलित कर दिया गया है।
Contact Information
दोस्तों हमने आप सभी को National Education Policy Yojana से संबंधित सूचना दे दी है, यदि अभी भी आप सभी को कसी परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है तो नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर कांटेक्ट करके अपनी परेशानी का निवारण कर सकते है।
- Email Id- dkchaturvedi@ncte-india.org
- Contact Number- 011- 20893267, 011-20892155
- Important Link
- National New Education Policy PDF
Conclusion
आज आप सभी को हमने अपने इस आर्टिकल द्वारा New Education Policy in India से जुड़ी सूचना आप सभी को उपलब्ध कर दी है। अगर आप उसके पश्चात भी किसी तरह की समस्य का सामना कर रहे हो तो आप शिक्षा नीति के हेल्पलाइन नंबर पर कांटेक्ट करके अपनी समस्य का निवारण कर सकते है। यह शिक्षा नीति गवर्नमेंट का क्रांतिकारी निर्णय है जो कि भविष्य में विद्यार्थियों को बहुत फायदेमंद होगी। हमारे इस लेख में आप इस नेशनल एजुकेशन पालिसी से जुड़ी समस्त सूचना जान गए होंगे। यदि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में किसी तरह की कोई अपडेट आती है तो आप सभी को हम अपने इस आर्टिकल द्वारा सूचित कर देंगे।
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