छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना फायदे व रजिस्ट्रेशन
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना को छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के माध्यम से 20 जुलाई 2020 को किसानों / पशुपालकों को फायदा पहुंचाने के लिए आरम्भ किया था । इस योजना के तहत राज्य सरकार के माध्यम से गाय पालने वाले पशुपालक किसानों से गाय का गोबर ख़रीदा खरीदने के लिए ये योजना शुरू की गई है । इस योजना के अंतरगर्त पशुपालको से लिया गया गोबर का इस्तेमाल सरकार वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने हेतु करती है । इस योजना के द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार गायों हेतु काम भी कर रही है तो आज हम आपको अपने इस लेख के द्वारा से इस CG Godhan Nyay Yojana से जुड़ी सारी सूचनाएं जैसे Application Process ,Documents, Eligibility के बारे में बताएँगे है अतः हमारे इस लेख को आखिरी तक जरूर पड़े और कमैंट्स करके भी बताये ।
CG Godhan Nyay Scheme Apply
छत्तीसगढ़ सरकार के माध्यम से योजना के द्वारा से 21 जुलाई 2020 को पहली बार सरकार गोबर खरीदेगी । योजना का फायदा सीधे छत्तीसगढ़ राज्य के पशुपालको को मिलेगा । राज्य के जो लाभार्थी इस योजना का लाभ उडथने के इच्छुक है तो उन्हें प्रथम इस Godhan Nyay Scheme के अंतरगर्त आवेदन को करना पड़ेगा । आवेदन करने से प्रथम आपको योजना की पात्रता ,दिशा निर्देश को ध्यानपूर्वर्क पढ़ना पड़ेगा । योजना को दो चरण में चलाया गया है , जिसमें प्रथम चरण में राज्य के 2240 गोशालाओं को जोड़ा जा सकेगा, तब थोड़े ही दिनों में 2800 गठनों का तामीर होने के पश्चात दूसरे चरण में भी गोबर खरीदा जा सकेगा । गाय का गोबर कई प्रकार के कार्य में आता है। इसके द्वारा से बढ़िया ईंधन बनाया जाता है । योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार गाय का गोबर 2 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदेगी ।
27 वी किस्त का भुगतान छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना 2022 के तहत किया गया
8 सितंबर 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के माद्यम से Video Conferencing की गई । इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में पशुपालन एवं संग्रहण के अकाउंट में गोधन न्याय योजना के तथ्त 27 किस्त धनराशि को ट्रांसफर किया गया।इस योजना के तहत एक ही रोज में 100 करोड़ से ज्यादा की रकम ट्रांसफर की गई है। जिसके लिए सभी पशुपालकों को शुबकामनाएं भी दी गई थी । इस योजना के तहत स्वयं मदद ग्रुप को 1 करोड़ 41 लाख, गौठान समितियों को 2 करोड़ 18 लाख ट्रांसफर किया और स्व सहायता समूह को कुल 21 करोड़ 42 लाख तथा गौठान समितियों को 32 करोड़ 94 लाख रुपए की रकम दी जा चुकी है। गोबर खरीदी की एवज में पशुपालन और संग्रह के, स्वयं मदद ग्रुप एवं गौठान समितियों को 5 करोड़ 33 लाख रुपए की रकम को ट्रांसफर किया गया था ।
Godhan Nyay Yojana Chhattisgarh 2022 Highlights
योजना का नाम | छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना |
इनके द्वारा शुरू की गयी | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा |
लॉन्च की तारीख | 20 जुलाई 2020 |
लाभार्थी | गाय पालने वाले पशुपालन |
उद्देश्य | पशुपालकों की आय में वृद्धि करना |
Godhan Nyay Yojana 2022 के माध्यम से लाभ की रकम का स्थानांतरण
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना को 20 जुलाई 2020 को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी के माध्यम से प्रारंभ किया गया था। इस योजना के द्वारा से पशुपालकों से मुनासिब भाव पर गोबर की खरीददारी जा रही है और उस गोबर का गौठान में वर्मी कंपोस्ट की संरचना की जाती है । CG Godhan Nyay Scheme के अंतर्गत 10 जुलाई 2021 को 11:30 बजे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा फायदा की रकम सिंगल क्लिक के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। यह पूंजी महिला स्व मदद समूह, गौठान समितियां एवं विक्रेता पशुपालक को वितरण की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी द्वारा 2 करोड़ 45 लाख रुपए की पूंजी महिला स्व सहायता समूह एवं गौठान समितियों को वितरण किए जाएंगे तथा 62 लाख 18 हजार रुपए गोबर विक्रेता पशुपालकों को समर्पण किए जाएंगे। इसके अलावा सरकार द्वारा 582 करोड़ रुपए की पूंजी कबीरधाम एवं गरियाबंद जिलों के देशवासी के उन्नति के लिए समर्पण की जाएगी।
Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana 2022 के जरिये की गई रूपये 96 करोड़ की गोबर खरीद
CG Godhan Nyay Scheme के माध्यम से कृषकों को अनेक प्रकार के फायदा उपलब्ध हो रहे हैं। इस योजना के माध्यम से ना सिर्फ ग्रामवासी एवं पशुपालकों के कमाई में वृद्धि हुई है बल्कि वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट के इस्तेमाल से काव्य की गुणवत्ता में भी सुधार आया है और खेती की कीमत में कमी आई है। अब तक इस योजना के माध्यम से 96 करोड़ रुपए की खरीद किसानों व पशुपालकों से की जा चुकी है। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से महिला स्व सहायता समूह से जुड़ी तकरीबन 80000 स्त्रियों को रोजगार प्राप्त हुई है। गौठान से एवं स्व सहायता समूह से जुड़ी स्त्रियों को 27.78 करोड़ रुपए की पूंजी छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के माध्यम से उपलब्ध हुई है।
इस योजना के अंतर्गत खरीद की पूंजी का वितरण 10 जुलाई 2021 को किया गया है। इस मौके पर यह भी जानकारी वितरण की गई कि राज्य में अभी 5590 गौठान गतिशील हैं और 9950 गौठान का संरचना की अनुमति सरकार द्वारा वितरण की जा चुकी है। इन गौठान के माध्यम से 3,06,770 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पाद किया गया है। उसमे 1 लाख 44,320 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट की खरीद की गई है ।
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की अब तक की कामयाबी
इस योजना की कामयाबी की उल्लेख पूरे देश में की जा रही है। छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के माध्यम से उपलब्ध हुए गोबर से 15 मार्च 2021 तक 118611 क्विंटल खाद का उत्पाद किया गया है। इसमें से 83900 क्विंटल खाद अब तक बेची जा चुकी है। अब तक इस योजना के माध्यम से स्टेट के तकरीबन 162497 पशुपालकों को फायदा पहुंचा है। इन 162497 पशुपालकों में से 70299 भूमिहीन पशुपालन थे। इस योजना के कुल लाभार्थियों में से 44.55% लाभार्थी स्त्री है। अब तक इस योजना के माध्यम से 44 लाख क्विंटल गोबर पशुपालकों से खरीदा जा चुका है। सरकार द्वारा गोबर खरीद का धन सीधे पशुपालकों के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से भेजा जाता है। अब तक सरकार द्वारा 16 खंडिका लाभार्थियों के खाते में वितरित की जा चुकी है।
Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana की 15 तथा 16 किस्त
इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा गोबर की खरीद की जाती है। इस गोबर को खाद बनाकर गौथन के माध्यम से मंडी में बेचा जाता है। किसानों को गोबर बेचने पर सरकार द्वारा खरीद शुल्क का भुगतान किया जाता है। यह भुगतान लाभार्थियों के खाते में किया जाता है। 21 मार्च 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा 15वीं एवं 16वीं किस्त की राशि किसानों के खाते में पहुंचा दी गई है। 15 वी एवं 16वी किस्त के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में कुल 7 करोड़ 75 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। 15वीं किस्त की राशि 3 करोड़ 75 लाख रुपए थी और 16वी किस्त की रकम 3 करोड़ 80 लाख रुपए थी।
अभी तक इस योजना के जरिये पशुपालकों के अकाउंट में कुल 88 करोड़ रुपए स्थानांतरण किये जा चुके हैं। Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana 2021 के माध्यम से पशु पालक आत्मावलंबी एवं सशक्त बन रहे हैं। यह योजना स्त्रियों के वास्ते भी कमाई का एक उपकरण बनी है।
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना को मिले अवार्ड
20 मार्च 2021 को गौधन न्याय योजना को स्कॉच गोल्ड अवार्ड बांटा गया। यह अवार्ड इस योजना को पर्यावरण संरक्षण की तरफ में उन्नत योगदान को देखते हुए बांटा गया है। यह योजना न सिर्फ ग्रामवासी अर्थव्यवस्था में सुधार ला रही है बल्कि यह योजना राष्ट्रीय श्रेणी पर भी अपनी पहचान निभा रही है। इस योजना को एग्रीकल्चर अफेयर कमेटी एवं लोकसभा द्वारा प्रोत्साहित किया गया और अन्य राज्यों को भी इसी मुताबिक की योजना का कार्यान्वयन करने का प्रस्ताव समर्पण किया गया है।
इसके अलावा गौधन न्याय योजना की आधिकारिक वेबसाइट एवं मोबाइल ऐप को नेशनल अवार्ड बांटा गया है। यह आधिकारिक वेबसाइट तथा मोबाइल ऐप स्टेट के कृषि विभाग द्वारा संचारित किया जाता है। यह वेबसाइट एवं मोबाइल ऐप चिप्स के द्वारा उन्नत किया गया था। इसके अलावा देश की प्रसिद्ध आईटी संगठन द इलेट्स टेक्नो मीडिया द्वारा अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस डिजिटल गवर्नेंस के अंतर्गत इस योजना को लिया गया है।
गोधन को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा
तक़रीबन 6 लाख क्विंटल खाद उत्पादन गौथन के द्वारा किया जा रहा है । इस बात को समझते हुवे हुए राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के माध्यम से नाथन को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने का फैसला लिया गया है। इन गौथन को ग्रामीण औद्योगिक पार्क में विकसित करने के पश्चात् खाद उत्पादन में बढ़ोतरी आएगी। अगर 1 साल में गौथन के माध्यम से 20 लाख क्विंटल खाद का उत्पादन हुआ तो उसके द्वारा 2 हजार करोड़ रुपए की आमदनी उत्पन्न होगी। इसी के अतिरिक्त अगर गौथन में दूसरे आर्थिक गतिविधियां होंगी तो गौथान का टर्नओवर बढ़ेगा । गौथन के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को कारोबर के मौके भी मिलेंगे। गौथन से सभी स्त्रीयो एवं ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को जोड़ा गाय । जिससे कि अधिक से अधिक नागरिक गौथन के द्वारा उन्हें कारोबर मिल सके।
गोधन न्याय योजना होगी पूरे देश में प्रारंभ
छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना की कामयाबी को देखते हुए केंद्र सरकार के माध्यम से भी ऐसी एक योजना सम्पूर्ण देश के किसानों के भले को ख्याल में रखते हुवे प्रारंभ करने पर विचार किया जा रहा है। 9 मार्च 2021 को लोकसभा में एक रिपोर्ट सम्मुख की थी। इस रिपोर्ट में कृषि संबंधित स्थायी समिति ने केंद्र को छत्तीसगढ़ की गौधन न्याय योजना के सामान योजना पुरे देश में प्रारंभ करने का प्रस्ताव दिया गया था । समिति के माध्यम से पशुपालन और डेयरी विभाग के संगठन में किसानों से गोबर की खरीद हेतु एक योजना प्रारंभ करने का अनुरोध किया गया है । गौधन न्याय योजना के तहत किसानों से गोबर ख़रीदा जाता है और उससे खाद बनाई जाती है ।
CG Godhan Nyay Yojana के द्वारा किसानों की कमाई में भी बढ़ोतरी होगी और कारोबर के मौके में भी बढ़ोतरी होगी। इस योजना के द्वारा गांवों में भी साफ़ सफाई रहेगी। ऐसा माना जा रहा है कि शीग्र केंद्र सरकार के माध्यम से भी सम्पूर्ण भारत हेतु छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के सामान योजना प्रारंभ होगी । जिसके लिए सरकार के माध्यम से जल्द बजट की भी सूचना दी जाएगी। जैसे ही सरकार के माध्यम से ऐसा कोई एलान किया जायेगा हम आपको अपने इस उल्लेख के द्वारा अवश्य सूचित करेंगे।
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना का लक्ष्य
जिसे तरह से आप सभी लोग को मालूम होगा की कि पशुपालको की कमाई ज्यादा नहीं होती जिसके कारन से वह अपने पशुओ को बढ़िया चारा नहीं खिला पाते तथा कुछ लोग बार बार पशुओं का दूध निकाल उन्हे खुला छोड़ देते हैं, जिसके कारण गांव और शहरों में गोबर यूं ही पड़ा रहता है, जिसकी वजह से अस्वछता भी फैलती है। इसे सभी परेशानियों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना को आरम्भकिया है गोधन न्याय योजना के माध्यम से सरकार गाय पालने वाले किसानों की गाय का गोबर खरीद लेगी । जिससे पशुपालको की कमाई में भी बढ़ोतरी होगी और गाय का गोबर भी बेकार नहीं होगा। इस योजना के द्वारा पशुपालकों की कमाई में बढ़ोतरी होने से पशुओं को उनके पशुपालन में ही रखा जाएगा, जिससे कि पशुओं को यहाँ वहां चरने की भी आवश्यकता नहीं होगी।
Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana 2022 के जरिये जारी की गई 11 और 12 किस्त की रकम
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के माध्यम से अपने आवास कार्यालय में एक सम्मेलन आयोजित किया था। इस सम्मेलन में उन्होंने सारे छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना के लाभार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने इस मौके पर 11वीं और 12वीं किस्त की रकम लाभार्थियों के बैंक खाते में स्थानांतरण की। 16 दिसंबर से 31 दिसंबर के करीब खरीदे गए गोबर विक्रेताओं को 11वी किस्त के 4.51 करोड़ राशि पहुंचाई गई । 1 जनवरी से 15 जनवरी के दौरान खरीदे गए गोबर की 12वीं की धनराशि के 3.02 करोड़ रुपए लाभार्थियों के अकाउंट में ऑनलाइन द्वारा राशि को स्थानांतरण किया गया।
अभी तक छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना के तहत 71 करोड़ 72 लाख रुपए का भरपाई कर दी गई है । मुख्यमंत्री जी के माध्यम से यह भी सुचना दी कि इस योजना के लाभार्थियों में से 57 हजार से ज्यादा भूमिहीन किसान है। गोबर बेचना इन सभी भूमिहीन किसानों हेतु कमाई का एक साधन बन गया है। जिससे कि सरकार का किसानों की कमाई में बढ़ोतरी करने का मकसद भी पूरा हो रहे है । अब तक छत्तीसगढ़ गोधनिया योजना के तहत 35 लाख 86 हजार क्विंटल गोबर की खरीद हो चुकी है। आगामी समय में सरकार के माध्यम से इस खरीद को जारी रखा जायेगा ।
छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना भूमिका
प्रदेश सरकार के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सवारने के लिए पिछले डेढ़ साल से काफी सारी योजनाएं जैसे कि नरवा, गुरुवा वगैरह वगैरह चलाई जा रही है। सरकार के माध्यम से पशुओं हेतु गौशालाओं का निर्माण भी हुआ था। अभी तक प्रदेश के 2200 गांवों में गौशालाओं का निर्माण कर हो चूका है और आगामी समय में 5000 गांवों में गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा। छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना राज्य की अर्थव्यवस्था और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अति लाभकारी साबित होगी। इस योजना के द्वारा कारोबर के मौके भी पैदा होंगे। इस योजना के संपादित होने के पश्चात् पशुधन पालक अपने पशुओं कोअच्छा चारा पानी उपलब्ध कराएंगे और उपलों को बेच भी सकेंगे।
- छत्तीसगढ़ देश का प्रथम काऊ डंग खरीदने वाला प्रदेश बनेगा। सुराजी गांव योजना के द्वारा गौशालाओं का निर्माण जा सकेगा
- इन गौशालाओं के द्वारा गोधन न्याय योजना को संपादित किया जाएगा।
- महिला स्वयं सहायता समूह इन केंद्रों पर वर्मिनकंपोस्ट तैयार करने के साथ साथ विभिन्न दूसरे अनु मुख्य योजनाएं संचारित करेंगे।
- सरकार के माध्यम से छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना को चरणबद्ध तरीके से गौशालाओं का निर्माण कर के विस्तार किया जाएगा।
- लगभग 11,630 ग्राम पंचायत तथा 2000 गांव में गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा।
प्राप्त किए गए गोधन का प्रयोग
CG Godhan Nyay Yojana के अंतर्गत उपलब्ध किए गए काऊ डंग को वर्मी कंपोस्ट फर्टिलाइजर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। यह फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव सोसाइटी के द्वारा बेचा जाएगा।जिससे कि किसान, वन, बागवानी, नागरिया प्रशासन विभाग इत्यादि की फर्टिलाइजर की जरुरत पूरी हो सके। गोबर की खरीद का जिम्मा छत्तीसगढ़ प्रदेश नगरीय प्रशासन का होगा। यह वर्मी कंपोस्ट ₹10 प्रति किलो की दर से बेचा जाएगा।
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना अब तक की कामयाबी
जिस तरह हम सही जानते है की छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ सरकार ₹2 प्रति किलो के हिसाब से गोबर खरीदती है। 21 जुलाई 2020 को छत्तीसगढ़ सरकार के माध्यम से इस योजना का प्रारंभ हुआ था। छत्तीसगढ़ गौधन न्याय योजना के द्वारा सरकार पशुपालकों की कमाई दुगनी करेगी। इस योजना के द्वारा अभी तक पशुपालकों को कमाई में बढ़ोतरी हुई है। Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana के द्वारा पशुपालकों की वित्तय स्थिति में सुधार आ रहा है। इस योजना के तहत अभी तक 26.76 लाख क्विंटल गोधन जमा किया जा चूका है । इसके लिए सरकार ने अब तक 53.53 करोड़ रुपए की राशि पशुपालकों को प्रस्तुत की हैं।
Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana की नई अपडेट
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को इस योजना के अंतरगर्त रजिस्ट्रेशन लाभार्थियों को उनके गोबर की खरीद की भरपाई की प्रक्रिया का समारंभ कर चुकी है । इस योजना के तहत कुल 65,694 रजिस्ट्रेशन लाभार्थियों में से 46,764 से लगभग 82,711 क्विंटल गोबर की खरीदी गई है। छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के तहत कुल देय धनराशि 1,करोड़ 65 लाख रुपये है इसकी प्रथम किस्त सहकारी बैंक के द्वारा लाभार्थियों के सीधे बैंक अकाउंट में प्रदेश सरकार के माध्यम से स्थानांतरण किये जायेंगे ।
Godhan Nyay Yojana Chhattisgarh के फायदे
- Godhan Nyay Yojana Chhattisgarh योजना का फायदा छत्तीसगढ़ प्रदेश के गाय पशुपालक/ किसानों को दिया जायेगा ।
- सरकार के माध्यम से इस योजना के जरिये पशुपालक किसानो से उनके दूधिया पशु के गोबर को लेने का काम किया जाता है ।
- छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के अंतरगर्त पशुपालको से ख़रीदे जाने वाला गाय का गोबर का उपयोग वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने में किया जाता है।
- सरकार के माध्यम से आरम्भ की गई इस योजना के अंतरगर्त किसानों और पशु पालन करने वाले लोगों की कमाई में तो बढ़ोतरी होगी।
- प्रदेश में किसानों और पशु पालन करने वालों की वित्तय स्थिति में उद्धार होगा ।
गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ के खास तथ्य
- इस योजना को अधिक से अधिक गांव और शहरों में भविष्यकाल में चलाया जायेगा।
- Godhan Nyay Yojana Chhattisgarh को दो चरण में चलाया जाएगा,
- जिसमें प्रथम चरण में प्रदेश के 2240 गोशालाओं को जोड़ा जाएगा
- थोड़े ही दिनों में 2800 गठनों का निर्माण होने के पश्चात् दूसरे चरण में भी गोबर की खरीद होगी ।
- इस योजना के अंतरगर्त 2 रू प्रति किलो की दर से गाय का गोबर ख़रीदा जाता है
- इस योजना के द्वारा सरकार 21 जुलाई 2020 को पहली दफा गोबर खरीदने की आरंभ की
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के प्रपत्र (पात्रता )
- आवेदक छत्तीसगढ़ प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के अंतरगर्त सिर्फ प्रदेश के गाय पशुपालकों को ही पात्र माना जायेगा।
- बड़े जमींदारों व्यापारियों को उनकी समृद्धता की बुनियाद पर इस योजना का फायदा नहीं दिया जायेगा।
- आधार कार्ड
- घर का प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पशुओं से संबंधी जानक
- पासपोर्ट साइज फोटो
छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया ?
प्रदेश के जो इच्छुक पशुपालन लाभार्थी इस योजना का फायदा उठाने हेतु ऑनलाइन आवेदन के इच्छुक है तो वह निम्र दिए गए तरीके का पालन करे |
- इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे प्रथम आपको गूगल प्ले स्टोर को खोलना होगा।
- गूगल प्ले स्टोर को खोलने के पश्चात् आपको सर्च बार में छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना लिख कर सर्च के बटन को क्लिक करना होगा ।
- सर्च के बटन पर क्लिक करने के पश्चात् आपके सामने Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana की एप्लीकेशन खुलेगी ।
- इसके पश्चात् आपको Chhattisgarh Godhan nyay Yojana को डाउनलोड करने हेतु इंस्टॉल के बटन को क्लिक करना पड़ेगा
- एप्लीकेशन डाउनलोड करने के पश्चात् आपको इस ऐप को खोलना होगा।
- इसके पश्चात् आपको छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना आवेदन के विकल्प को क्लिक करना पड़ेगा ।
- आपके सामने एप्लीकेशन फॉर्म खुलेगा ।
- उसके पश्चात आपको आवेदन फॉर्म में पूछी गयी सारी जानकारी देनी होगी ।
- सभी जानकारी भरने के पश्चात् आपको सबमिट के बटन को क्लिक करना पड़ेगा । इस प्रकार आपका आवेदन हो जायेगा।